Success होंने के कुछ way to success है। सक्सेस का एक ऐसा ही तरीका आज हमने अपनी story में शेयर किया है। रोहन अपने दादाजी को बहुत प्यार करता था। अपनी हर बात दादाजी के साथ शेयर करता था।दादाजी की उम्र 90साल को पर क्र गई थी।चेहरे पर बहुत झुर्रियां आ गईं थी।
जो उनके अनुभव को वयान करती थी।रोहन कॉम्पिटिओं एग्जाम की तैयारी कर रहा था।बहुत सारे एग्जाम दिए पर हर बार फ़ैल।हँसमुख रोहन के चेहरे पर से हंसी गायब हो चुकी थी ।वो उदास रहने लगा।दादाजी के पास जाना भी बंद कर दिया।
अपने दोस्तों से भी कम ही बात करता था।एक दिन दादाजी ने उसे अपने पास बुलाया और उदासी का कारण पूछा।रोहन ने बताया कि वह इतने सारे एग्जाम दे चुका पर हर बार फेल हो जाता है। सभी dost भी उसका मजाक उड़ाते है।इसलिए अब वो अब कोई एग्जाम नही देगा।दादाजी ने अपना चश्मा थोड़ा ठीक किया और मुस्कुराये।रोहन की सर पर हाथ फेर कर वोले-बेटा रोहन तुम को लगता ह की तुम अगर एग्जाम नही दोगे तो लोग तुम्हारा मज़ाक नही उड़ायेंगे।
दादाजी ने कुछ यूँ सोचा की वह अपने सारे अनुभव को कुछ word मे पिरोना चाहते है।दादाजी ने आगे बोलना शुरू किया बेटा रोहन हराने के डर से मैदान छोड़ कर भागना अच्छा नही।बेटा रोहन तुम क्रिकेट मैच देखते हो एक टीम मैच हार जाती है।फिर दूसरी बार मैच होता है फिर भी हर जाती है तो क्या वह अपने सामने वाली टीम से मैच खेलना ही बंद कर दे।नही करती न फिर मैच खेलती है।और अपने सामने वाली टीम को हरा देती है।
बेटा रोहन जिंदगी बी एक मैच की तरह है,हार जीत चलती रहती है।बस एक ही तरीका है जीतने का बस भागो मत खड़े रहो।अब दादाजी हंस रहे थी और रोहन के चेहरे पर भी मुस्कुरान थी क्योंकि उसे अब सफलता का formula जो पता लग गया था-“बस खड़े रहो”
nice
motivational
two good story
new story update now
Jldi hi new story dalne wala hu
please new story update