Motivational story in hindi – jidd
शायद जिद्द ही होती जिससे कोई बड़ा पहाड़ खोदकर रास्ता बना देता है शायद जिद्द ही होती है कोई दुनियाँ मे मसहूर ताजमहल बना देता है शायद जिद्द ही होती जिससे एक गरीब लड़का scientist फिर राष्टपति बन जाता है शायद जिद्द ही होती जिससे कोई पेट्रोल पम्प पर काम करने वाला एक देश का बड़ा बिज़नस men बन जाता है दोस्तों आज में आपके साथ एक बहुत ही प्रेणादायी कहानी शेयर कर रहा हूँ
जेक एक बहुत ही गरीब घर का लड़का था पापा एक मजदूर थे घर की condition ऐसी थी कि दो टाइम का खाना मिलना बहुत किस्मत की बात थी जेक की एक बहन थी जो 2nd standardपढ़ती थी जेक उससे एक साल छोटा था वह अपनी बहन के साथ साथ स्कूल पहुँच जाया करता था एक दिन मास्टर जी ने सबसे अपनी जिंदगी का लक्ष्य बताने को कहा एक के बाद एक अपने aim को बता रहे थे मासूम जेक चुपचाप सब सुन रहा था सबसे last में msterji ने जेक को बुलाया और बोला कि तुम इस क्लास मे पढ़ते हो क्या जेक ने जबाब दिया नही मास्टर जी मे अपनी बहन के साथ आ जाता मेरी बहन पढ़ती है मास्टरजी ने फिर बोला की बताओ क्या बनना चाहते हो यह सुनकर क्लास के बच्चे बोल मास्टरजी ये तो मज़दूर ही बनेगा जेक चुपचाप खड़ा रहा मास्टरजी मुस्कुराये जैसे जेक पर व्यंग कर रहे हों मासूम जेक अभी भी चुप रहा उसकी बहन की आँखों से आंसू आने लगे शायद गरीबों को सपने देखने का अधिकार नहीं मास्टर जी मुड़कर जाने लगे तो जेक ने कपकपाती हुई आवाज मे कहा मास्टरजी मे एक बहुत बड़ा डॉक्टर बनूगा मास्टरजी ने मुड़कर खा beta तुम अभी छोटे हो और मुस्कुराये उस दिन सारी क्लास ने जेक का मजाकक udaya कि ये मजदूर का लड़का डॉक्टर बनेगा जेक शाम को घर पहूँचा तो पापा ने पूछा बेटा आज इतने उदास क्यों हो जेक ने कहा पापा मे डॉक्टर बन चाहता हूँ यह मैंने स्कूल मे कहा तो मास्टरजी और सभी लड़को ने मेरा बहुत मजाक उड़ाया पापा ने कहा बेटा एक मजदूर के लड़के हो कर इतना बड़ा सपना देखोगे तो लोग मज़ाक उड़ायेंगे ही बेटा हम मजदूर है और तुम भी मजदूर बनोगे ये ही सच्चाई है जेक ने कहा मे इसको बदल दूँगा मे एक बड़ा डॉक्टर बनकर दिखाऊँगा।
30 साल बाद एक बुजुर्ग को एक अस्पताल मे लाया जाता है उसके परिवार वाले बहुत चिंतित लग रहे थे क्योंकि डॉक्टर ने बताया ताकि हार्ट सर्जरी के लिए विदेश से डॉक्टर बुलाना पड़ेगा खर्च बहुत आयेगा और ऑपरेशन सफल होने की सम्भावना 50% है सारी उम्र भर की कमाई जो उस बुजुर्ग ने कितनी मेहनत से जोड़ी थी वो भी उसकी जान बचाने के लिए पर्याप्त नही थी सभी हताश थे की इतने सारे पैसा का प्रबंध कैसे होगा । उसी समय डॉक्टर वर्मा परिवार वालो के पास आते है और कुछ बोलना ही चाहते हैं उससे पहले उस बुजुर्ग के परिवार वाले बोलते हैं कि उनके पास operation के लिए पैसे नही हैं इन शब्दों मे कितनी बेवसी होती हैं कितना दर्द होता है इसे वो व्यक्ति ही समझ पता है जो कभी ऐसी परिस्थिति से गुजरा हो । डॉक्टर वर्मा ने मुस्कुराते हुए जबाब दिया की डॉक्टर साहब भारत आ रहे हैं घूम ने के लिए तो वो मरीज को देख लेंगे फीस की चिंता आप न करें। दो दिन बाद विदेश से एक डॉक्टर आता है डॉक्टर वर्मा उनको मरीज दिखाते हैं मरीज को देखकर उस विदेशी डॉक्टर के हाव भाव बदल जाते है और डॉक्टर वर्मा से बोलता है कि वो इसी समय मरीज का ऑपरेशन करेंगे । जल्दी से आपरेशन की व्यवस्था की जाती है कभी देर तक आपरेशन चलता है। आपरेशन खत्म होने के बाद डॉक्टर वर्मा उस बुजुर्ग मरीज के परिवार वालो के पास जाकर बताते हैं कि आपरेशन सफल रहा कुछ घंटों बाद मरीज को होश भी आ जायेगा । कुछ घंटे बाद जब मरीज को होश आ जता है तो परिवार के सभी लोग मिलने जाते हैं उनके चेहरों पर खुशी और चिंता दोनों दिखाई दे रही थी । बुजर्ग मरीज देखकर सब समझ गया अपनी जिंदगी की सारी कमाई जाने वाली थी शायद अपना घर भी बेचना पड़े कितने सारे विचार मन मे आ रहे थे क्या इस उम्र मे भी ऐसा दिन देखना पड़ेगा कभी सोचा नही था । इतने में नर्स कुछ बिल लेकर आती है उससे देखकर सब की धड़कने बढ़ जाती हैं बिल मरीज के बड़े बेटे को दिया जाता है वो बिल को पढ़ता है खत मे लिखा था मास्टर जी आपके जेक duara सारा बिल चूका दिया गया है…..आपकी हंसी ने मेरी जिंदगी परिवर्तित कर दी सभी ने मेरा मजाक उड़ाया आपको और उन सब को शुक्रिया जिनके कारण मे एक बड़ा डॉक्टर बन पाया जब जब सब मुझ पर हँसते थे मेरे डॉक्टर बने का इरादा उतना ही मजबूत होता था मे दिखाना चाहता था उन सबको जो बहुत गरीब होते हैं जिनको एक time का खाना भी नशीब नहीं होता जिनको बतया जाता है कि उनको अपनी सारी जिंदगी ये सी ही जीनी है जिनको बताया जाता है कि तुम कोई बड़ा सपना भी नही देख सकते जिनका हर पल मजाक उड़ाया जाता है मैं बताना चाहता हूँ उनको की जिद्द पर जब कोई आ जाता है तो एक छोटे किसान का बेटा देश का pm बन जाता है जब कोई जिद्द पर आ जाता है तो क्रिकेट का भगवान बन जाता है जब कोई जिद्द पर आ जाता है तो महा मुर्ख से महा कवि बन जाता है जब कोई जिद्द पर आजाता है तो ेेतीहास् बदल देता है जब कोई जिद्द पर आजाता है तो महान सिकंदर को भी खाली हाथ लौटना पड़ता है जिद्द बड़ी जिद्दी होती है मे बताना चाहता हूँ उनको जो मन मे हार कर बैठें उठो बता दो उनको जो आपसे बोलते हैं कि तुम ऐसा नही कर सकते की बो गलत हैं । ताकि किसी का फिर कोई मज़ाक न उड़ाये …….खत को सुनकर मास्टर जी (मरीज) को मासूम जेक का चेहरा नज़र आने लगता है और आँखों से आंसू की बर्षात यह बताती है कि वो गलत थे शायद……………@गौरव राजपूत