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Story in hindi …प्रयास करते रहें
दुबारा शार्क ने फिर कोशिश की पर इस बार भी उसकी मेहनत बेकार गई। शार्क बार बार कोशिश करती पर हर बार दिवार बीच में आ जाती । हर एक दिन के बाद शार्क का प्रयास करना धीरे धीरे कम होने लगा।
एक समय ऐसा भी आया की शार्क ने एक भी बार छोटी मछलियों पर हमला करने का प्रयास नही किया। जब वैज्ञानिकों ने ऐसा देखा तो उन्होंने शार्क और छोटी मछलियों के बीच जो पारदर्शी काँच की मजबूत दिवार थी उसको हटा दिया। पर सभी यह देखकर आश्चर्य चकित हो गए क्योंकि दिवार हटने के बाद भी शार्क ने छोटी वाली मछलियों पर हमला नही किया। क्योंकि शार्क ने अपने मन में ये मान लिया था कि वो छोटी मछलियों तक नही पहुँच सकती । इसलिए दिवार हटने के बाद भी उसने हमला करने की कोशिश नही की।
Moral of story :-
हम किसी कार्य को करने के लिए प्रयास करते है पर असफल हो जाने पर हमारा आत्मविश्वाश धीरे धीरे कम होने लगता है और हम ये मान लेते हैं कि वह कार्य हमसे नही हो पायेगा। जबकि कभी कभी वह वजह भी खत्म हो जाती जिसके वजह से कार्य नही हो पा रहा था फिर भी हम प्रयास नही करते और असफल हो जाते हैं। अतः हम जब तक प्रयास करते रहना चाहिए जब तक की हम उस कार्य में सफल न हो जाये। जब मन में एक बार ठान लिया की ये कार्य करना है तो उसे जब तक करना मत छोड़ जब तक की वह पूरा न हो जाये।