मनुष्य हो या पशु-पक्षी अपने काम को हमें स्वयं ही करना चाहिए ( Apna Kaam Khud Karo )। क्योंकि जब हम अपना काम किसी दूसरे के भरोसे पर छोड़ देते हैं तो हमें इस बात का हमेशा शक रहता हैं की वह काम समय पर पूरा होगा की नहीं।
अगर होगा भी तो सही ढंग से होगा की नहीं। इसलिए कहा गया हैं की कुछ भी हो वह काम तो अपने आप ही करना चाहिए, जो बहुत ही ज्यादा जरुरी हो और जिसके न होने पर नुकसान होने का डर हो।
Apna Kaam Khud Karo
किसी गांव में एक किसान था। वह बहुत अमीर किसानों में से एक था उसके पास बहुत सारा खेत था। उसने अपने सारे खेत में धान का फसल लगाया था। ठंडी का दिन था। किसान के एक खेत में फसलों के बीच में एक चिड़िया ने अपना घोंसला बना रखा था।
उसके दो छोटे छोटे बच्चे थे। वे उड़ने योग्य नहीं हुए थे, क्योंकि उसके बच्चे के पँख अभी पूरी तरह मजबूत नहीं हुए थे। चिड़िया दिन भर घूम घूम कर उनके लिए खाना लाती जिससे उनका पेट भरता।
एक दिन दोपहर के समय किसान अपने खेत गया और खेत में लगे फसल की ओर देखा और बोला अब सारे फसल पक गए हैं, ये काटने लायक हो गए हैं। कल ही मजदूरों को बोल कर फसल कि कटाई करवा देता हूँ।
किसान की बातें सुनकर चिड़िया के बच्चे घबरा गए। शाम के वक़्त जब चिड़िया अपने बच्चों के लिए खाना लेकर आयी, तो देखी की। उसके दोनों बच्चे एक दम घबराये हुए थे।
वह अपने दोनों बच्चों को गले लगाकर पूछी, क्या हुआ ? बच्चों इतने घबराये हुए क्यों हो? तब बच्चों ने बताया की आज इस खेत का मालिक यहाँ आया था। वह घूम-घूम कर कजेट देख रहा था, और कह रहा था की फसल तैयार हो गई हैं अब मजदूरी से बोलकर खेत की फसल कटवा लेनी चाहिए। माँ हम अबुइ उड़ने लायक भी नहीं हुए हैं, अब हमारा क्या होगा?
तब चिड़िया ने बच्चों से कहा – देखो बच्चों अभी हमें डरने की कोई बात नहीं हैं। फसल अभी नहीं कटेगी। पांच दिन बीत गए। छठे दिन किसान फिर खेत पर गया।
फसल को देख कर बोला – फसल काटने के लिए मजदूर अभी तैयार ही नहीं हो रहे हैं, हर कोई बहाना बना रहे हैं, कोई बात नहीं। कल मैं अपने भाइयों को लेकर आऊंगा और फसल कटाऊँगा।
उसी दिन शाम को जब चिड़िया अपने बच्चों के लिए खाना लेकर आयी तो बच्चों ने चिड़िया से किसान के कहे हुए सारी बात बताये। चिड़िया ने फिर उनसे बोली – बच्चों डरने की कोई बात नहीं हैं। अभी फसल नहीं कटेगी।
फिर पांच दिन बीत गए। छठे दिन जब चिड़िया शाम के वक्त अपने बच्चों के लिए दाना लेकर लौटी तो बच्चों ने उससे बताया की, माँ आज फिर किसान खेत आया था। कह रहा था की फसल काटने के लिए भाई लोग आज नहीं कल कह रहे हैं।
फसल तैयार हो गया हैं अगर कल के कल फसल नहीं कटेगा तो ये ख़राब होने लगेगा। ऐसा करता हूँ अब मैं ही कल सुबह से कटाई का काम शुरू करूँगा।
बच्चों की इतना बात सुनते ही चिड़िया ने उनसे कहा की अब हमे तुरंत यहाँ से दूसरी जगह जाने के लिए तैयार होना पड़ेगा। अब हमारा यहाँ रुकना बिलकुल भी ठीक नहीं हैं।
बच्चों ने अपनी माँ से पूछा – माँ वह किसान इतना बड़ा खेत अकेले कैसे कटेगा। मजदूर तथा उसके भाई लोग नहीं आ रहे हैं तो हमें डरने की क्या बात हैं।(Apna Kaam Khud Karo)
इस पार चिड़िया में कहा – देखो बच्चों, यहाँ हमें एक सिख मिलती हैं। अभी तक वह दूसरे के भरोसे था। अब वह स्वयं अकेले खेत काटने का प्लान बना लिया हैं। जो लोग अपना काम स्वयं करते हैं, उन्ही का काम पूरा होता हैं।
मेरा कहने का मतलब यह हैं की वहीँ काम ठीक समय पर होता हैं, जो खुद के भरोसे पर किया जाये या स्वयं किया जाता हैं इसलिए अपना काम स्वयं ही करना चाहिए। अब तुम लोग चलो। तुम्हारे पँख भी अब मजबूत हो गए हैं और तुम उड़ भी सकते हो। यह कहकर चिड़िया अपने बच्चों के साथ उड़ गई।
अवलोकन – inhindistory.com के द्वारा बताई गई, ( Apna Kaam Khud Karo) अपना काम खुद करो की कहानी आपको कैसी लगी हमें comment कर के जरूर बताये।