ये कहानी है सूरत के एक मशहूर अस्पताल की, जहा पेमरीज भूत बन गया था। ( Mareej Bana Bhoot ) जहा पर रोज काफ़ी सारे मरीज अपना इलाज करवाने के लिए आते थे।
वहाँ के डॉक्टर और नर्स बहुत ज्यादा मेहनती थे। बहुत से मरीज को वहाँ भर्ती करवाया जाता और उनका रात- दिन इलाज चलता था। उस अस्पताल में एक ऐसा मरीज था।
जिसके कारण ये अस्पताल बाकी अस्पतालो से अलग था। इस अस्पताल में वो मरीज 20 साल से कोमा में था। डॉक्टर और नर्स उसका अच्छे से ख्याल रखते थे, और उसका इलाज करते थे।
दरअसल वो कौन था, कहा से आया था और उसे कौन भर्ती करवा के गया इसका कोई आता – पता नहीं था। ये भी एक अजीब बात थी, की वो मरीज 20 सालो में एक बार भी अपनी पलकें नहीं झपकाई थी।
मरीज बना भूत (Mareej Bana Bhoot )
कुछ दिनों बाद अस्पताल को और बड़ा करने का काम चलने लगा। इसलिए उस अस्पताल ज्यादा मरीज को भर्ती करने से मना किया गया था। और रात के समय अस्पताल सुनशान सा लगने लगा था।
ऐसी ही एक काली रात थी, वहाँ उस रात सीमा नाम की एक नर्स ड्यूटी पर थी। नर्स एक बजे रात को मरीजों को देखने के लिए निकली हुयी थी।
और अचानक चलते चलते उस कमरे में जा पहुंची। जहाँ पर वो कोमा वाला मरीज था। उसकी नजर कोमा में पड़े उस मरीज के बेड पर पड़ी और वो एकाएक चिल्लाने लगी, और जोर जोर से चिल्लाते हुए इधर उधर भागने लगी।
उसकी चीखे सुनकर डॉक्टर, गार्ड और बाकी सब नर्स उसके पास गए और उसे पकड़ कर उससे पूछने लगे – क्या बात हैं सीमा तुम इतने जोर जोर क्यो चीख रही थी और डरी हुई भी लग रही हो।
सीमा कापते हुए बोली – डॉक्टर वो वो मरीज जो 20 साल से कोमा में पड़ा हुआ था। डॉक्टर बोला – हाँ! बेड नम्बर- 9 उसका क्या ? सीमा फिर कहती हैं – डॉक्टर वो अपने बेड पर नहीं हैं, नहीं है अपने बेड पर।
डॉक्टर झट से बोलता हैं – क्या! क्या बोल रही हो तुम! तुम्हारी तबियत तो ठीक हैं न। सीमा बोलती हैं- मैं सच कह रही हूँ डॉक्टर। मैं जब सारे मरीजों को देखने गयी तो वो अपने बेड पर नहीं था।
डॉक्टर बोला – चलो हम सब उसको देखते हैं। सीमा बोला – नहीं आपलोग को जाना हैं तो जाओ मैं नहीं जाउंगी, मुझे बहुत डर लग रहा हैं। डॉक्टर बोला – अच्छा ठीक हैं तुम यही रुको! हम सब उसे देख कर आते हैं।
इतना बोलकर डॉक्टर वहाँ से उस रूम में जाते हैं तो वो मरीज अपने बेड पर जैसे पहले था वैसे ही उसी हालत में लेटा हुआ था। डॉक्टर उसे देख कर बोला – लग रहा ये सीमा एकदम पगला गयी हैं।
लगता हैं उसका तबियत ठीक नहीं हैं कुछ भी बोलती हैं। चलो चलते हैं और सीमा को उसके घर भेज देते हैं। और वहाँ से सब लोग निकल गए। जैसे ही सब गए, वो कोमा में गए हुए मरीज अपनी आँखे खोली।
उसकी आँखे बहुत भयानक और डरावनी थी। इधर सब लोग सीमा के पास आये और उसे समझाने लगे। सीमा तुम जैसा बोल रही थी वैसा तो कुछ भी नहीं हैं। वो कोमा वाला मरीज तो चुप-चाप अपने बेड पर लेटा हुआ हैं। तुम चाहो तो जाकर उसे देख सकती हो।
सीमा ने डरते हुए कहा – नहीं डॉक्टर मैं नहीं जाउंगी, मैं अपने घर जाना चाहती हूँ। डॉक्टर बोला – हाँ हम भी वही कह रहे हैं तुम्हे घर जाकर आराम करना चाहिए। और सीमा वहाँ से चाही जाती हैं।
तभी करीब दो घंटे बाद अचानक से अस्पताल के सारी दीवारे हिलने- डुलने लगी। ऐसा लग रहा था की कोई हस रहा था, लेकिन वो हसीं किसी मशीन के चलने जैसी थी।
डॉक्टर बोला ये कैसी अजीब आवाज हैं, समझ नहीं आ रहा हैं की किसी की हसीं हैं फिर मशीन की आवाज! मुझे लग रहा हैं कोई मजदूर अपना अधूरा काम को पूरा करने के लिए रूक गया होगा।
तभी दूसरी बोलती है – नहीं सर ये मशीन की आवाज से भी अजीब आवाज हैं, चलिए हम सब यहाँ से भाग जाते हैं। डॉक्टर बोला – अरे तुम भी सीमा के तरह डरने लगी ऐसा कुछ नहीं हैं कोई मजदूर ही होगा, चलो सब चलके देखते हैं।
और वहाँ से सब वहाँ जाते हैं जहाँ मजदूर काम कर रहे होते हैं, लेकिन वहाँ कोई भी मजदूर नहीं रहते हैं। फिर सारे मरीजों के पास जाते हैं और देखते हैं की सभी मरीज आराम से लेटे हुए रहते हैं।
फिर उस बेड नम्बर – 9 के उस कोमा वाला मरीज के पास जाते हैं। जैसे ही वेलोग उसके पास गए, वहाँ का नजारा देख कर सबकी हालत ख़राब होने लगी। कोमा वाला मरीज अपने दोनों हाथो से कसकर बेड को पकड़कर उछल कूद कर रहा था।
और जोर जोर से हस रहा था। उसकी हसीं एक मशीन जैसी थी। ये सब देख कर सब लोग डर गए लेकिन डॉक्टर अभी भी सोच रहा था। तभी पीछे से एक नर्स डरते हुए बोली – हमने इसे यहाँ रखकर बहुत बड़ी गलती की हैं।
ये कोमा में जाकर कब का मर चूका हैं और भूत बन गया हैं ( Mareej Bana Bhoot )। ये हमें नहीं छोड़ेगा भागो यहाँ से सब। और उसके साथ साथ गार्ड भी डरकर बोलने लगा – हाँ सर! ये ठीक बोल रही हैं। हमें यहाँ से चलना चाहिए।
डॉक्टर ने उन दोनों को डाटते हुए बोला – तुम लोग चुप हो जाओ। ऐसा नजारा इतिहास में हमें पहली बार देखने को मिला हैं। कोमा में गए हुए मरीज को इतने साल बाद जागना और ओ भी इतने एनर्जी के साथ, कितनी अजीब बात हैं न। ऐसा कहकर डॉक्टर उसके नजदीक जाने लगता हैं।
और उससे कहता हैं – क्या तुम मुझे देख सकते हो, क्या तुम बात कर सकते हो मैं तुम्हारा डॉक्टर हूँ। बात करो मुझसे। ऐसा कहकर डॉक्टर उसके और नजदीक जाने लगा।
तभी अचानक उस मरीज ने अपनी आँखे डॉक्टर के तरफ घुमाई और डॉक्टर के ऊपर छलांग लगाकर किसी जंगली जानवर के तरह उसके टुकड़े टुकड़े कर दिया। नर्स और गार्ड का ये सब नजारा देखकर पूरी तरह हालत ख़राब हो गया और चिलाते हुए वहाँ से भागने लगे।
भागो भागो सब यहाँ से भागो। ये सब सुनकर जितने भी लोग थे सब इधर उधर भागने लगे। सभी लोग अपनी जान मुठी में लेकर इधर उधर भाग रहे थे। बाहर निकले की कोशिश कर रहे थे। लेकिन अफ़सोस अस्पताल के सब दरवाजे और खिड़की बाहर से बंद थे और किसी का फोन भी काम नहीं कर रहा था।
वो भूतिया मरीज अस्पताल में किसी जानवर की तरह घूम रहा था। और बाकी सब इधर उधर छुप कर अपनी जान बचाने की कोशीश कर रहे थे। लेकिन सुबह होते होते उस भूत ने वहाँ छिपे हुए एक एक को खोज निकाला और बेरहमी से मार दिया।
फिर जब सुबह हुआ तो वापस अपने कमरे में जाकर लेट गया। और कोमा में चला गया। फिर पुलिस आयी तो पुलिस को कातिल का एक भी सुराग नहीं मिला।
और वो भी हैरान रह गयी की ऐसा कैसे हो सकता हैं इतने लोग मर गया हैं और उसका एक भी सुराग नहीं मिल रहा हैं। बाद में पुलिस उस अस्पताल को बंद करा दिया और वो कोमा वाला मरीज भी उसमें हमेसा हमेसा के लिए बंद हो गया।
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