इस पोस्ट में हम आपको एक horror story सुनाएंगे जिसका नाम है रास्ते में मिली चुड़ैल ( Raste Me Mili Chudail ) इस कहानी में हम पढ़ेंगे की कैसे एक लड़के को रास्ते में एक चुड़ैल मिलती है और उस लड़की की जिंदगी कैसे बर्बाद होने लगती है।
Raste Me Mili Chudail रास्ते में मिली चुड़ैल
बहुत पुरानी बात है। गोपाल नाम का एक लड़का था , वह बहुत ही गरीब था। उसके परिवार में कुल मिलकर 5-6 लोग थे। लेकिन कमाने वाला कोई नहीं था।
एक दिन गोपाल ने सोचा की चलो मै ही कुछ काम ढूंढता हूँ, शायद बाहर मुझे कुछ काम मिल जायेगा तो मेरा परिवार दो वक्त का खाना तो खा लेगा। उसके बाद गोपाल काम की तलाश के लिए शहर चला गया।
सुबह से शाम हो गयी लेकिन उसे अभी तक कोई काम नहीं मिला। मन उदास होकर घर जा ही रहा था की एक आदमी उसके सामने आया और बोला की तुम बहुत उदास दिख रहे हो।
गोपाल ने बोला मैं सुबह से काम ढूँढ रहा हूँ लेकिन मुझे कोई काम नहीं दे रहा। इसलिए उदास होकर घर जा रहा हूँ। उस आदमी ने कहा की मेरा एक कपडे की दुकान है। वहाँ पर मै तुम्हे काम दे सकता हूँ , बोलो मेरे पास काम करोगे।
तो गोपाल ने झट से बोला हाँ मालिक मै काम करने के लिए तैयार हूँ। तो उस आदमी ने बोला ठीक है , कल से तुम काम पर आ जाना। इतना बोल कर वो चला गया।
गोपाल बहुत खुस हो गया और अपने घर चला गया। घर जाने के बाद अपने परिवार वालो से बताया की मुझे काम मिल गया तो घरवाले भी बहुत खुश हो गए। गोपाल ने दूसरे दिन से काम पर जाना शुरू कर दिया।
उसके घर से दुकान लगभग 10 किलोमीटर की दुरी पर था। उसके पास कोई साधन नहीं था इसलिए वह घर से सुबह निकलता था तो वापस घर आते आते उसे रात हो जाती थी। रोज का उसका ऐसा ही चलता था।
एक दिन गोपाल जब दुकान से घर जा रहा था तो उसने देखा की रास्ते में एक बहुत सुन्दर लड़की खड़ी थी । उसके बहुत लम्बे लम्बे बाल थे , आँखे भी बहुत बड़ी बड़ी थी। और कपडे भी बहुत सुन्दर पहनी थी।
जब गोपाल उसके सामने आया तो उसे वह गोपाल को बार बार घूरने लगी। गोपाल ने एक बार उस लड़की को देखा और अनदेखा करके अपने घर की ओर चल दिया।
दूसरे दिन जब गोपाल काम ख़तम कर के घर वापस जा रहा था तो फिर वही लड़की उसे उसी जगह दिखाई दी। और वह फिर उसे घूरने लगी। फिर भी गोपाल ने उसकी तरफ पलट के नहीं देखा और अपने घर की ओर निकल पड़ा।
वो उसके पास एक मिनट भी नहीं रुका क्योकि गोपाल को उस लड़की से बहुत डर लगता था और गोपाल डर के मारे थर थर कापता था। वह लड़की कई दिनों तक उसे उसी जगह दिखाई देती थी।
एक दिन वह लड़की दिखाई नहीं दी। गोपाल ने इधर- उधर देखा लेकिन कही नहीं दिखी। ( यह कहानी है रास्ते में मिली चुड़ैल (Raste Me Mili Chudail) के बारे में ) वह सोच में पड़ गया और मन ही मन में बोला की ऐसा क्या हुआ की वह लड़की आज नहीं आयी। फिर वह अपने घर की ओर निकल गया।
एक महीने बाद उसके घर पर एक चिट्ठी आई गोपाल ने चिट्ठी को खोला और देखा तो उस में एक लड़की का नाम लिखा हुआ था और वो नाम था रानी। उसमे से एक फोटो निकली थी जो की उस रास्ते वाली लड़की से हूबहू मिलती थी।
गोपाल ने डर गया की उसको मेरे घर का पता कैसे मिला। उस चिट्ठी में लिखा हुआ था की, कल जब तुम दुकान से निकलोगे तो, जहाँ पर मैं खड़ी रहती हूँ, वह पर मेरा इंतजार करना।
गोपाल उसके दूसरे दिन अपना काम ख़त्म कर के दुकान से निकल कर उसी जगह पर पहुंच गया, जहा वह लड़की खड़ी रहती थी। वहाँ पर पहुंच के देखा तो वो लड़की वहाँ पर थी ही नहीं। वह बहुत देर तक उसका इंतजार किया।
जब वो लड़की नहीं दिखी तो वह अपने घर की तरफ चल दिया। गोपाल अपने घर जा ही रहा था की उसे याद आया की जो उसकी चिट्ठी आयी थी उसमे उसका पता तो होगा ही।
और अपने पॉकेट से वो चिट्ठी निकली और उस पते के अनुसार उस लड़की के घर चला गया। गोपाल ने दरवाजा खटखटाया तो एक एक आदमी आया और बोला की क्या काम है ?
तो गोपाल ने कहा की मुझे रानी से मिलना है। उस आदमी ने बोला की बोलो क्या काम है मैं उसका पापा हूँ। और बेटा उसे गुजरे हुए दो महीने हो गए है। ( Raste Me Mili Chudail)
गोपाल जब इतना सुना तो उसके हाथ पैर काँपने लगे। और वह सोच में पड़ गया की वह लड़की तो मुझे रास्ते में मिली थी और उसकी चिट्ठी भी आयी थी। तभी रानी के पापा ने उसे दिखाया की देखो बेटा उसकी तस्वीर पर माला पड़ा हुआ हैं।
इतना देखते ही गोपाल बहुत डर गया और भागकर अपने घर पहुंच गया। फिर उसने उस चिट्ठी को जला दिया। उसके बाद गोपाल बीमार रहने लगा, घर वालो ने बहुत इलाज कराया फिर भी कोई फायदा नहीं हुआ।
उसका काम भी छूट गया, गोपाल को अक्सर मरी हुई रानी का चेहरा सोते हुए नजर आता था। ये सब बाते जब गोपाल ने अपने घर वालो को बताई तब घर वालो ने तांत्रिक बाबा को बुला के गोपाल का इलाज करवाया। उसके बाद गोपाल ठीक हुआ।
दोस्तों रास्ते में मिली चुड़ैल Raste Me Mili Chudail की कहानी आपको कैसी लगी हमें comment कर के जरूर बताये।
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