Kya Bhoot Hote Hain
इस पोस्ट में हम जानेगे की kya bhoot hote hain दुनिया के हर धर्म, हर जगह, हर संस्कृति और हर कहानियो में भूत-प्रेतों को अलग-अलग ढंग से बताया गया है। आपने भी कई सारी कहानियां सुनी होगी, की इस जगह पर भूत रहता है या उस इंसान को भूत ने पकड़ रखा है।
भूतों के बारे में लोगों की अपनी अपनी राय है। जिन लोगों ने भूतों को देखा है, या उनका एहसास किया वह लोग ही भूतों के अस्तित्व पर विश्वास रखते हैं। बाकी लोग सिर्फ इसे एक भ्रम मानते हैं, कि ऐसा कुछ भी नहीं होता।
भूतों का विषय मनुष्य के लिए बहुत ही ज्यादा रोमांचक और डरावना होता है ,इस पर हर किसी की दिलचस्पी होती है। भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में भूतों को लेकर कई तरह की बातें की जाती है। कई देशों में भूतों का त्यौहार भी बनाया जाता है।
भूतों के ऊपर, बॉलीवुड, हॉलीवुड में, कई सारी मूवी बन चुकी हैं। तो चलिए आज हम इस पोस्ट के माध्यम से भूतों के अस्तित्व के बारे में जानने की कोशिश करेंगे, कि आखिरकार (Kya Bhoot Hote Hain) भूत सच में होते भी है या नहीं। और भूतों के अस्तित्व पर वैज्ञानिकों का क्या राय है
आखिर भूत क्या है? kya bhoot hote hain
यह सवाल सबके मन में उठता है, की आखिर भूत क्या है? धार्मिक किताबों के अनुसार भूत उन मरने वालों की आत्मा है, जिनकी किसी दुर्घटना में या आत्महत्या या फिर अचानक से मृत्यु हो जाती है।
वह कुछ कारणों से पृथ्वी पर, अपनी कुछ इच्छा शक्ति को लेकर भटकती रहती है। कहते हैं, जीवित रहने पर अपने द्वारा छोड़े गए कुछ महत्वपूर्ण कार्य या फिर अपने किसी प्रिय जनों का मोह या फिर किसी वस्तु से लगाव ही, मृत व्यक्ति की आत्मा को धरती पर खींच लाता है और वह आत्मा यहां से जाना नहीं चाहती।
क्या है भूतों पर वैज्ञानिकों की राय।
वैसे भूतों पर वैज्ञानिकों की राय माने तो, वैज्ञानिकों ने भूतों के विषय में बहुत ज्यादा खोज की है। पर किसी भी वैज्ञानिक को इस पर कोई ठोस सफलता हाथ नहीं लगी। फिर भी वैज्ञानिकों ने यह जरूर कहा है कि दुनिया में हर 10 में से 6 लोग भूतों पर विश्वास रखते हैं।
कुछ वैज्ञानिक इसे बस मन का भ्रम मानते हैं, और कुछ इसे सिर्फ नेगेटिव एनर्जी। जिन्हें भूत कहा जाता है। वैसे विज्ञान आत्मा को नहीं मानता और उसके अनुसार जो कुछ भी है सब ऊर्जा है।
भूतो के बारे में अध्यात्म क्या कहता है?
वही अगर अध्यात्म की बात करे तो भगवान श्री कृष्ण ने कहा था। कि जो कुछ भी है, सब आत्मा है। विज्ञान के अनुसार ऊर्जा को ना तो बनाया जा सकता है और ना ही उसे नस्ट किया जा सकता है।
ऊर्जा को बस एक रूप से, दूसरे रूप में परिवर्तित किया जा सकता। और श्री कृष्ण जी कहते हैं, की आत्मा कभी नष्ट नहीं होती। आत्मा बस एक शरीर का त्याग कर, दूसरे सभी को धारण करती है।
यहां बहुत से लोग आत्मा और ऊर्जा को एक ही मान लेते हैं, पर ऐसा नहीं है। उदाहरण के तौर पर इस बात को समझने की कोशिश करें तो। मान लीजिए कि, एक शेर, किसी खरगोश को मारकर खा जाता है। तो खरगोश की जो ऊर्जा थी, वह शेर की उर्जा में शामिल हो गई।
पर खरगोश की आत्मा का क्या? आत्मा तो अमर है। वह अब किसी दूसरे शरीर को धारण करेगी और ऊर्जा तो एक इकाई उसे मापा जा सकता है पर आत्मा की कोई इकाई नहीं होती। आत्मा तो बस है आत्मा विज्ञान के सभी यंत्रों से परे है।
भूत प्रेत रात में ही क्यों दिखाई देते हैं।
भूतों के बारे में एक और बात हमेशा सुनने को मिलती है, की भूत प्रेत हमेशा रात को ही दिखाई देते हैं। इसके पीछे की धारणा यह है कि दिन में होने वाले शोर-शराबे भूतों को पसंद नहीं और उन्हें हमेशा सुनसान या एकांत स्थान ही पसंद होता है।
यह भी माना जाता है कि रात के समय रोशनी कम होती है जिसके कारण भूत प्रेत अपनी शक्तियों का ज्यादा अच्छे से इस्तेमाल कर पाते हैं।और चीजों पर अपना नियंत्रण कर पाते हैं।
यही कारण है कि रात के समय में या एकांत इलाके में भूतों की मौजूदगी की संभावना ज्यादा होती है। लोगों का यह भी मानना है कि भूतों की उपस्थिति का एहसास सबसे पहले जानवरों को होता है।
भूतो के बारे में हिन्दू धर्म क्या कहता है।
वहीं अगर हम हिंदू धर्म की बात करें की Kya Bhoot Hote Hain तो हिंदू धर्म में भूतों का अस्तित्व होता है। हिंदू धर्म में भूतों के अस्तित्व का सबसे बड़ा सबूत हनुमान चालीसा में मिलता है। हनुमान चालीसा एक लाइन है। “भूत पिशाच निकट नहिं आवै, महावीर जब नाम सुनावै॥”
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, इंसान के कर्म ही उसके भूत बनने, या मोक्ष का रास्ता तय करते हैं। भले ही भूतों पर विज्ञान और इंसानी मान्यताओं में अलग-अलग विचार हैं। लेकिन यह बात तो जरूर है कि हर धर्म में, चाहे वह कोई सा भी धर्म क्यों ना हो। भूतों के बारे में जिक्र जरूर किया गया है।
“क्या भूत होते हैं” इस पर मेरी राय क्या है ( kya bhoot hote hain )
अगर मैं अपनी बात करूं, तो भूत होते हैं या नहीं यह तो मुझे नहीं पता। ना ही मैंने कभी भगवान को देखा है। फिर भी मैं भगवान पर आस्था रखता हूं और ऐसा मानता हूं कि भगवान होते हैं।
जो हमें हमारे हर संकट से निवारण करते हैं, तो अगर मैंने भगवान को नहीं देखा है और मैं फिर भी उन पर अपनी आस्था रखता हूं। तो उसी प्रकार मैंने कभी भूत को भी नहीं देखा। इसलिए शायद भूत भी होते होंगे।
क्योंकि जहां अच्छाई है, वहां बुराई भी है। अगर इस धरती पर दिन है, तो रात भी है। अगर यहां भगवान है तो शायद भूत भी हैं। क्या भूत होते हैं (Kya Bhoot Hote Hain) इस पर आपकी क्या राय है हमें comment करके जरूर बताएं।
यह भी पढ़े :
- 2 लड़कियों की आत्मा
- डर का अहसास
- भूतिया कुर्सी की कहानी
- भटकती हुई आत्मा
- भूतनी का खुनी बदला
- भूत ने किया हमला
- भूतिया किला
- एक थी डायन
- भूतिया हवेली की कहानी
- जमीन से निकला भूत
- रास्ते में मिली चुड़ैल
- भूत का छलावा
- मरीज बना भूत
- चुड़ैल की कहानी
- भूत की कहानी
- भूत का स्कूल
- भूत को मिली मुक्ति
- अनसुलझी हवेली
- एक डरावनी रात
- डरावनी हवेली
- कीर्तिका की मौत
- स्कूल वाली चुड़ैल
- भूतिया अस्पताल
- कमरा नंबर – 408
- पानी के बदले मौत
- भूतिया मंदिर की रात
- होटल का भूतिया कमरा
- 3 भूतों की कहानियाँ
अवलोकन – मुझे उम्मीद है कि आपको यह inhindistory.com द्वारा लिखा गया Post ( क्या भूत होते हैं ) kya bhoot hote hain अच्छा लगा होगा